लखनऊ में चल रहे शिक्षामित्रों के धरने के संबंध में उमादेवी जी ने अपनी जुलाई की रणनीति साझा कर दी है।
उनका कहना है कि जुलाई में विद्यालय खुलने के बाद भी मेरा शिक्षा मित्रों के सुरक्षित भविष्य के लिए चल रहा प्रयास जारी रहेगा और इसके लिए मुझे बस कुछ साथियों की आवश्यकता है। इसलिए इस क्रम में उन्होंने माह में बस एक दिन शिक्षामित्रों को जिलेवार बुलाया है ताकि शिक्षामित्रों का मानदेय ना कटे और शिक्षण कार्य सुचारु रुप से चलता रहे। उमा देवी जी के जिले के पदाधिकारी इसकी व्यवस्था करेंगे और माह में 1 दिन लखनऊ में आम शिक्षामित्रों के साथ उपस्थित होकर धरने में प्रतिभाग करेंगे। इस प्रकार मात्र 30 जिलों के पदाधिकारी भी इस धरने में प्रतिभाग कर सकते हैं या अधिक जिले होने पर दो या अधिक जिला पदाधिकारी भी मिलकर लखनऊ आ सकते हैं।
इस प्रकार ना तो शिक्षामित्रों पर कोई आंच आएगी ना ही शिक्षण कार्य में व्यवधान आएगा और सरकार पर दबाव भी बना रहेगा।
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