समान कक्षा में बच्चों के विभिन्न शैक्षिक स्तर और कक्षा अनुसार अधिगम स्तर ना होने पर शिक्षक के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि वह आत्मविश्वासी हो। उसे दृढ़ विश्वास को कि हर बच्चा विशेष है और सबके सीखने की अपनी गति होती है। जब कोई बच्चा तेज होता है तो पूर्ण संभावना होती है कि वह अन्य किसी क्षेत्र में दूसरे बच्चों से पीछे होगा। उसी प्रकार यदि कोई बच्चा कमजोर है तो संभावना यह भी बनती है कि वह किसी अन्य विषय में श्रेष्ठ हो सकता है। इसलिए हमें बच्चों को उनके विषय में प्राप्त अधिगम स्तर के अनुसार विभाजित करना चाहिए।
अब हमारा कार्य शिक्षक के रूप में यह भी होगा कि हम बच्चों को उनके रुचिकर विषय को अन्य विषयों से जोड़कर उसे उन विषयों में भी अधिगम प्राप्त करा सकें। हर विषय एक दूसरे से संबंधित होता है इसलिए हमें बच्चों को विश्वास दिलाना है कि अन्य विषयों में भी रूचिपूर्वक अधिगम प्राप्त किया जा सकता है।
प्रश्न01 ध्यानाकर्षण से क्या तात्पर्य है
उ01 ध्यानाकर्षण से तात्पर्य अधिगम आधारित शिक्षण से है। 'अधिगम आधारित शिक्षण' में विशेषता यह है कि यह बच्चों के उच्च स्तर से प्रारंभ होता है जहां से बच्चे को सीखने में समस्या उत्पन्न होती है। यह कक्षा स्तर नहीं होता है। इसलिए एक ही कक्षा में छात्रों में विभिन्न अधिगम स्तर पाए जा सकते हैं और उन्हें उन्हीं के आधार पर बढ़ाया जा सकता है।
प्र02 ध्यानाकर्षण की आवश्यकता हमें क्यों पड़ी ?
उ02 जब बच्चे अपनी कक्षा एवं आयु के अनुसार अपेक्षित अधिगम स्तर प्राप्त नहीं कर पाते हैं या शैक्षिक मूल्यांकन अथवा परीक्षा में कम अंक लाते हैं तो वह शिक्षा से दूर होने लगते हैं। शैक्षिक तौर पर पिछड़े रहे बच्चों का कक्षा में आत्मविश्वास जगाने और नीरसता को खत्म कर परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में ध्यानाकर्षण तकनीकों को अंगीकृत कर शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
प्र03 ध्यानाकर्षण शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
उ03 ध्यानाकर्षण शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य उन बच्चों की मदद करना है जिन्हें कक्षा शिक्षण के दौरान अपनी कक्षा के स्तर के अनुरूप अवधारणाओं और कौशलों को सीखने में कठिनाई या परेशानी होती है। जिसके परिणाम स्वरुप वह परीक्षाओं में तुलनात्मक रूप से अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
प्र04 बच्चों द्वारा कक्षा अनुरूप अधिगम स्तर प्राप्त ना होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं ?
उ04 बच्चों द्वारा कक्षा अनुरूप अधिगम स्तर प्राप्त न होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से मुख्य कारण हैं :
1- पारिवारिक शैक्षिक स्थिति एवं वातावरण
2- परिवार की आर्थिक स्थिति
3- बच्चे की शारीरिक या मानसिक स्थिति
4- बच्चों के अनुरूप से शिक्षण कार्य ना होना
5- अध्यापकों का बच्चों के प्रति कठोर व्यवहार
6- अध्यापकों का भेदभाव पूर्ण व्यवहार
7- बाल केंद्रित शिक्षण का प्रयोग न होना
प्र05 कक्षानुरूप अधिगम स्तर प्राप्त करने के क्या उपाय हो सकते हैं ?
उ05 कक्षानुरूप अधिगम स्तर प्राप्त करने के लिए शिक्षक की नवाचार विधियों के अतिरिक्त अन्य कार्य भी किए जा सकते हैं जो निम्न प्रकार हैं
1- विषय अनुसार लर्निंग आउटकम आधारित शिक्षण योजना बनाकर
2- विद्यार्थियों का सतत अवलोकन कर
3- बच्चों का भावनात्मक विकास कर
4- उनके अच्छे कार्य की सराहना करके
5- सत्र के प्रारंभ में ही बच्चों का मूल्यांकन करके