शिक्षामित्र और सरकार के मध्य जो दूरी बन चुकी उस दूरी को कम करनें के लिये विगत दो दिवसों में चंद शिक्षामित्र के सहयोग से शासन की परिक्रमा आरम्भ हुआ।
प्रथम दिवस -09/01/2020
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भाजपा श्री स्वतंत्र देव सिंह जी शिक्षामित्र समस्याओं के निस्तारण हेतु वार्ता हुआ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी ने कहा कि _हम क्या करे❓
हमारे द्वारा कहा गया कि 69हजार भर्ती का शीघ्र निस्तारण एवं मान०दिनेशशर्मा जी की कमेटी का शीघ्र अनुपालन। अध्यक्ष जी ने कहा हम उपमुख्यमंत्री जी से बात करेगें और आप भी मिल लो।
69हजार भर्ती के मैटर मे मान०अध्यक्ष जी द्वारा कहा गया _यह काम हाईकोर्ट का है_ हम कुछ कर नहीं सकते है साथ ही साथ कहा कि आप सब तो सरकार विरोध में कसर नहीं छोडते है और एम एल सी चुनाव मे भी पीछे नहीं है।
इसके बाद हम सभी द्वारा बडा ही अनुननय विनय किया गया ।
फिर हम लोग निदेशालय पहुचे किन्तु विभागीय मीटिंग के कारण वश अधिकारियों का समय नहीं मिल पाया।_
द्वितीय कार्यदिवस-10/01/2020
हम लोग मान●बेसिक शिक्षामंत्री _श्री सतीश द्विवेदी_ जी मुलाकात किया गया ,69हजार शीघ्र निस्तारण एवं उपमुख्यमंत्री जी कमेटी रिपोर्ट के अनुपालन के साथ _एबीपी गंगा न्यूज चैनल_ पर दिये बयान पर वार्ता किया गया ।
मान०मंत्री जी ने कहा कि आप सबको बुरा लगा अब आप रुको और फेसबुक पर शिक्षामित्र के एफ बी को दिखाया गया जिस पर हम लोग माफी मागनें के अतिरिक्त कुछ न कर सके ।
मान०मंत्री जी से अनुननय विनय हुआ उन्होंने कहा चलो हम मान लें लेकिन _मान०मुख्यमंत्री जी को कैसे मना पाओगे
हम लोगो ने कहा कि यदि आप संरक्षण एवं आशीर्वाद देगें तो हम जरुर सफल होगें।मान०ने कहा सोसलमीडिया पर सुधार लाईये और शिक्षामित्र से कहिये कि स्कूल में पढायें ,विधायक मत बनों।
हम लोगो ने कहा कुछ शिक्षामित्र की सजा सम्पूर्ण समूह को मत दीजिए, मंत्री जी ने कहा ठीक है ,नवीन जी ने कोर्ट की गतविधियों और शिक्षामित्र कोर्ट में क्यो गये इसको स्पष्ट किया ।
69हजार भर्ती पर कहे कि ठीक है जो हमसे हो सकता है करते है महाधिवक्ता जी से निवेदन करते हैं।_
मित्रो , हम लोग उपमुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष जी मिलने गये किन्तु समय से न पहुच पाने के कारण मुलाकात नहीं हो पायी।
महत्वपूर्ण-:
हम 6 लोग इतना समझ गये 25जुलाई 17के से आज 2020तक का संघर्ष शिक्षामित्र और सरकार के आमने सामने(विरोध) का रहा है ।
हमे पता है आप मानेगें नहीं फिरभी विरोध त्याग कर देखा जाय।
वर्तमान समय में बेसिक शिक्षा मंत्री जी की बात मानना ही शिक्षामित्रों के लिये हितकारी होगा।
धन्यवाद
इस छोटे से संघर्ष में
सत्यव्रत पान्डेय
राजेश शुक्ल (गोरखपुर)
नवीन मिश्र (उन्नाव)
रवीन्द्र प्रताप सिंह(उन्नाव)
राजेश कुमार त्रिपाठी
राजकुमार मिश्र(गोन्डा)
Sarkar se talmel hi shiksha mitro ka samadhan he kuch bhi kar lo
ReplyDeleteB.j.p. ki Sarkar me khuch Nahi. Hoga sm
ReplyDelete