*आज हिंदुस्तान की उस शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करेंगे जिसने नित नए आयाम छूने के लिए तमाम प्रकार के बदलाव और तमाम प्रकार की योजनाएं संचालित की खासतौर पर प्राथमिक शिक्षा की शुरुआत बहुत पहले हो चुकी थी धीरे-धीरे इसमें तमाम परिवर्तन हुए तमाम योजनाओं को लागू किया गया उनका संचालन किया गया यह सोचा गया कि शिक्षा का स्तर ऊंचा उठे जिसमें अधिक जोर प्राथमिक शिक्षा पर दिया गया लेकिन इस बात का ख्याल नहीं रखा गया जो शिक्षक पढ़ाने के लिए रख रहे हैं उनका भविष्य क्या होगा इस बात पर भी मंथन करना चाहिए था कम मजदूरी से भी कम पैसे में जिन शिक्षकों से हम काम ले रहे हैं क्या उनके लिए कोई ऐसी व्यवस्था हमने की, नहीं जिससे वे वर्तमान में आराम से जीवन यापन कर सकें नहीं यह यह कोढ़ आज नासूर बन चुका है जानते हैं देश में संविदा शिक्षकों की स्थिति प्रदेश वार*
नीचे दिए गए समस्त आंकड़े वर्तमान में भारत सरकार के MHRD द्वारा यह धनराशि वहां के उन शिक्षकों को दी जा रही है जो या तो CONTRACTUAL पर हैं या REGULAR हैं जो सर्व शिक्षा अभियान(SSA) के तहत नियुक्त हुए थे एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत कुछ बदलाव भी किए गए हैं जिसमें केंद्र एवं राज्य की हिस्सेदारी अलग अलग तय हुई है!
उत्तर पूर्व के 8 राज्य अरुणाचल ,असम ,मणिपुर मेघालय ,मिजोरम, नगालैंड सिक्किम और त्रिपुरा में 90:10 का अनुपात रहेगा ।वहीं जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में 60:40 का अनुपात रहेगा ।इसके अलावा बाकी सभी राज्यों में केंद्र 100% परसेंट देगा
1. आंध्र प्रदेश हैदराबाद, अमरावती (पद REGULAR *466* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
2. अरुणाचल प्रदेश इटानगर (पद REGULAR *4602* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
3. असम दिसपुर
(१पद REGULAR *9390* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
(२ पद CONTRACTUAL *14411* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए145558
(३ पद REGULAR प्राइमरी में हेड *3632* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 300000)
4. बिहार पटना(पद REGULAR *104400* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 250000)
5. छत्तीसगढ़ रायपुर(पद REGULAR *8133* प्रतिवर्ष प्रीति शिक्षक रुपए 180000)
6. गोवा पणजी(पद REGULAR *179* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
7. गुजरात गांधीनगर (पद REGULAR *5052* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
8. हरियाणा चंडीगढ़(पद REGULAR *6653* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
9. हिमाचल प्रदेश शिमला (पद REGULAR *240* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
10. झारखंड रांची (पद CONTRACTUAL *41655* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 168000)
11. कर्नाटक बैंगलोर (पद REGULAR *14455* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
12. केरल तिरुवनंतपुरम (पद REGULAR *659* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 300000)
13. मध्यप्रदेश भोपाल
(१पद REGULAR *32913* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
(२ पद CONTRACTUAL *17918* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 60000)
14. महाराष्ट्र मुंबई (पद REGULAR *8366* प्रतिवर्ष प्रीति शिक्षक रुपए 180000)
15. मणिपुर इंफाल (पद REGULAR *1951* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
16. मेघालय शिलांग (पद CONTRACTUAL *5814* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
17. मिजोरम आइजॉल (पद CONTRACTUAL *550* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
18. नागालैंड कोहिमा(पद REGULAR *1485* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
19. उड़ीसा भुवनेश्वर (पद CONTRACTUAL *51576* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
20. पंजाब चंडीगढ़(पद CONTRACTUAL *3798* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
21. राजस्थान जयपुर(पद REGULAR *49283* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
22. सिक्किम गंगटोक(पद REGULAR *126* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
23. तमिलनाडु चेन्नई
(१ पद REGULAR *5557* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
(२ पद REGULAR प्राइमरी में हेड *246* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 300000)
24. त्रिपुरा अगरतला (पद CONTRACTUAL *2716* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 169727)
26. तेलंगाना हैदराबाद(पद REGULAR *4438* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
25. उत्तराखंड देहरादून (पद CONTRACTUAL *187* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए180000)
*27. उत्तरप्रदेश लखनऊ (पद CONTRACTUAL 141513 प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 110000)*
28. पश्चिम बंगाल कोलकाता
(१पद REGULAR *19871* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 180000)
(२ पद CONTRACTUAL *56192* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 99000)
(३ पद CONTRACTUAL प्राइमरी में हेड *3228* प्रतिवर्ष प्रति शिक्षक रुपए 78000)
(उपरोक्त समस्त सूचना का संकलन मेरे द्वारा त्रिभुवन सिंह के द्वारा किया गया है यह कहीं से कॉपी पेस्ट नहीं किया गया है)
उपरोक्त समस्त राज्यों की स्थिति देखने पर पता चलता है कि उत्तर प्रदेश की स्थिति ज्यादा मार्मिक है वह भी तब जब यहां पर न्याय मांगते मांगते पंद्रह सौ से अधिक शिक्षामित्र इस दुनिया में नहीं रहे।
*संकलन त्रिभुवन सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष शिक्षामित्र संघ*
Good effort. Thanks.
ReplyDeleteकास उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा मित्रों का भी भला कर दे दूसरे प्रदेश से सीख लेकर
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