परिषदीय विद्यालयों में आज दिनांक - 16 अक्टूबर को 31,277/- चयनित हुए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण का मुख्य अंश
1. आज दिनांक - 16 अक्टूबर को 60/65 न्यूनतम पासिंग मार्क पर उत्तीर्ण 8018/- के सापेक्ष मात्र 6675/- पीड़ित शिक्षामित्र, शिक्षक बनने हेतु अपने - अपने जनपद में नियुक्ति पत्र पाने में सफल हुए, शेष 1343 कौन थे? जो चयनित नहीं हो पाये? यह एक यक्ष प्रश्न है?
2. मुख्यमंत्री जी ने आज अपरान्ह 01 बजे से बीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे अपने आवास से सभी 75 जनपदो से जुड़ करके नियुक्ति पत्र वितरण का संचालन एवं सम्बोधन किया, सबसे मुख्य बात यह रही कि हर जनपद में टाप पर शीर्ष स्थान पीड़ित शिक्षामित्रो का ही रहा, मुख्यमंत्री जी ने जनपद - लखनऊ के शीर्ष पांच में चयनित पीड़ित शिक्षामित्रो को नियुक्ति पत्र अपने हाथों से बांट करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया और उन्होंने सीधे एक एक करके सभी पांचों से पूछा कि आप कौन है?
सभी ने एक स्वर में बोला कि हम सर शिक्षामित्र है, मुख्यमंत्री जी ने तंश कसते हुए कहा कि अब तो धरना प्रदर्शन नहीं करोगे? ईमानदारी से रोज आ करके बच्चों को पढ़ाओगे?हमने तुम्हें शिक्षामित्र से शिक्षक बना दिया है और अब तुम्हारी नौकरी पर कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगा पायेगा? जो परिश्रम करेगा? और जो योग्य हैं, उसे ही हम नौकरी देगे? सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रो को हटाने का फैसला दिया था लेकिन हमने सोचा कि इन्हें हटाएंगे नहीं बल्कि भरांक देकर अवसर देगें और इनका मानदेय भी बढ़ा दिया लेकिन कुछ लोग चंदा इनसे लेकर के नहीं चाहते कि जो योग्य है उन्हें नौकरी मिले?
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी ने इसी तरह लगभग हर जनपद में शीर्ष स्थान पर रहे पीड़ित शिक्षामित्रो को इसी तरह तंश कसते हुए शुभकामनाएं दीं और कहा कि अब धरने में मत जाना और ईमानदारी से बच्चों को पढ़ाना
आज का सार:- मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी पीड़ित शिक्षामित्रो को सहानुभूति में कोई भी राहत नहीं देना चाहते हैं, जो पीड़ित शिक्षामित्र अपने योग्यता की बदौलत शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सफल हो जाता है उसका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा अन्यथा आज के मुख्यमंत्री जी के भाव से हमें नहीं लगता है कि पीड़ित शिक्षामित्रो के साथ आगे कुछ अच्छा करने के लिए पीड़ित शिक्षामित्रो के लिए विचार कर रहे हैं?
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