साथियों, शिक्षामित्रो के लिए बजट सत्र के पूर्व का समय बहुत महत्वपूर्ण है, जो भी होना होगा इसी बजट सत्र में सरकार से व्यवस्था करानी पडेगी। उसके लिये माननीय मुख्यमंत्री जी की खोई सहानुभूति पानी होगी! उसके लिये जो भी प्रयास करना हो कर लें, अन्यथा अगर इस बजट मे व्यवस्था न करा पाये तो शिक्षा मित्रों की कहानी इतिहास के पन्नों में सिमट जायेगी
और सच यह है कि अगर आम शिक्षामित्र तथाकथित शिक्षक का सम्मान, वेतनमान और समायोजन बहाली और आडियों वीडियों झांसा राम झूठे जुमलेबाजों के भरोसे बैठे रहे तो इसी तरह खून के ऑसू रोता रहेगा और कुछ भी नहीं मिलेगा। फिलहाल श्रीमान राजूदास महाराज जी शिक्षामित्रों और सरकार के बीच सहानुभूति का संवाद बना रहे है, फिर भी हमलोगों को इन दो पहलुओं पर स्वयं भी पहल करना चाहिए! जिससे जल्द सार्थक परिणाम दिखे!
1- कोरोना महामारी की तरह राम मन्दिर निर्माण हेतु एक दिन के मानदेय को स्वेच्छा से सभी जनपदों से बिभाग के द्वारा सामुहिक चेक मुख्यमंत्री जी अथवा बेसिक शिक्षा मंत्री जी के माध्यम से मन्दिर निर्माण ट्रस्ट को देनी चाहिए!
2- RSS के मंडल व जिला प्रमुखों से मिलकर सरकार के पास पैरवी कराये, और उनको मन्दिर निर्माण हेतु अपनी सहयोग राशि देकर सहभागिता करें! इस कार्य मे उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला जी को संगठन के माध्यम से महती भूमिका निभाने की जरुरत है!
सभी साथियो से निवेदन है कि एक होकर पूरा प्रयास किया जाये जिससे शीघ्र शिक्षा मित्रों की समस्याओं का स्थायी समाधान आगामी बजट सत्र में सुनिश्चित हो सके।
हृदयेश दुबे🙏
8604104556
आप लोग अगर ईमानदारी से काम करे तो सब कुछ सम्भव है । किसी भी संगठन का मुखिया ही हर कार्य को देखता न कि सभी लोग , अगर मेरे शब्दों से किसी नेता को चोट पहुचे की माफ कर देना ।
ReplyDeleteGood Thinking
ReplyDelete