उ0प्र0 के शिक्षामित्र साथियों आप सभी को विदित है प्रधानमंत्री जी मुख्यमंत्री जी राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा व उ0प्र0 विधान सभा के लिए जारी संकल्प पत्र में भी शिक्षामित्रों के 3माह में स्थाई समाधान कीआश्वासन की शिक्षामित्रों को भी घुट्टी पिलाई गई थी जिसको अभी भी शिक्षामित्र पी रहे हैं लगभग 2500 अधिक शिक्षामित्र हम सभी के बीच से अपने रोते बिलखते छोटे छोटे बच्चो को छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कह गए।
सरकार के किसी नुमाइंदे ने उनके परिवारों में जाकर सांत्वना तक देने की जहमत नहीं उठाई हो उस सरकार से क्या आशा की जा सकती है कुछ भक्त आज भी आप लोगों को आश्वाशन की घुट्टी पिला रहे हैं साथियों अभी भी वक्त है आश्वासन की घुट्टी से बाहर निकलो और संघर्ष की रणनीति बनाओ।
संघर्ष ही शिक्षामित्रों की पहचान है उसी को पुनः चुनकर मंजिल प्राप्त करने की दशा में एक राय होकर आगे वडो।सरकार भी इस समय वंगाल व उ0प्र0 में सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव परिणाम से घुटनों के बल है ।और शिक्षामित्रों के पास भी संघर्ष ही एक विकल्प है
भय विन प्रीति न होवे देवा, लाख करो वेरी की सेवा।
विनय यादव
प्रदेश प्रवक्ता व जिलाध्यक्ष उ0प्र0 दूरस्थ बी टी सी शिक्षामित्र शिक्षक संघ
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