विधान सभा में बीएसपी के विधायक मो०असलम रायनी ने शिक्षामित्रों के मुद्दे पर मेरे द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में दाखिल रिट के आदेश का हवाला दिया।
माननीय विधायक जी का आभार !दूसरे दिन विधायक जी से हमने बात किया।उन्हें पर्याप्त जानकारी नहीं दी गयी थी।आधी अधूरी जानकारी लेकर अपना पक्ष रखा। मुद्दा तो बना दिया पर जरूरत सही ढंग से शिक्षामित्रों का पक्ष रखना है। भविष्य में सम्भवतः अच्छा करें।जिस दिन से माननीय सदन में मुद्दा उठा तभीसे बहुत से अति महत्वाकांक्षी लोग शिक्षामित्रों को गुमराह करने में लग गये।
ऐसे लोगों से शिक्षामित्रों को पूर्ण रूपेण बचना है।माननीय उच्चतम न्यायालय में रिट की पैरवी, याची बनने ,नयी रिट दाखिल करने आदि उपक्रमों से बचें। किसी को किसी भी तरह का आर्थिक सहयोग न करें न ही किसी से करायें।किसी भी माननीय कोर्ट!शासन - प्रशासन या अन्य कोई भी आदेश!होगा तो समस्त शिक्षामित्रों पर लागू होगा।विनम्र निवेदन है आप सब गुमराह होने से बचें।
अनावश्यक रूप से किसी का विरोध न करें। उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षामित्र प्रकरण पर काफी गम्भीरता से निर्णय ले रही।इसमें किसी भी शिक्षामित्र नेता की कोई भूमिका नहीं है।सत्यता से अवगत रहें,मायावी लोगों से अति सावधान रहें।अपने शहीद शिक्षामित्र भाई बहनों को एवम उनके परिजनों को सदैव याद रखें।आप सब शिक्षक हैं आपकी आपके परिवार बच्चों के साथ समाज के प्रति एक बड़ी जिम्मेदारी है उसको समझें।