मित्रों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हम अपने संगठन आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित एवं संरक्षित किए जाने के संबंध में लगातार प्रयासरत हैं। और कई बार इस संबंध में उच्चाधिकारियों तथा शासन स्तर पर वार्ता कर मांग पत्र प्रेषित किये।
तथा शासन स्तर से 14 अगस्त को जारी किए गए आदेश को देखकर स्पष्ट होने लगा है कि शिक्षामित्रों की समस्याओं का निदान धीरे-धीरे किया जा रहा है। तथा उक्त आदेश को पढ़ने के बाद यह भी स्पष्ट होता है कि आगे चलकर शिक्षामित्रों की बहुप्रतीक्षित मांग जून का मानदेय अर्थात 12 महीने का मानदेय दिए जाने पर चर्चा अंतिम चरण में होकर इस आदेश के बाद मूर्त रूप ले लेगी।
साथ ही हमारा प्रयास है कि शासन शिक्षामित्रों को 12 माह 62 वर्ष तक की सेवा देने के साथ ही शिक्षामित्रों को आर्थिक रूप से भी मजबूती प्रदान करे। कोविड-19 के चलते अभी इस पर चर्चा मूर्त रूप नहीं ले पा रही है, लेकिन हमें पूर्ण विश्वास है कि यह प्रयास भी सफल होगा।
इसलिए आप सभी से आग्रह है कि जिस तरह से अब तक आप लोगों ने धैर्य से काम लिया है, आगे भी धैर्य बनाए रखें, और किसी भी तरह का कोई अप्रिय कदम ना उठाएं।
देर से ही सही पर निश्चित रूप से सफलता हम सबको अवश्य मिलेगी।
आपका,
जितेंद्र शाही,
विश्वनाथ सिंह कुशवाहा,
लेखक,
सय्यद जावेद मियाँ,
प्रांतीय प्रवक्ता,
आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र मित्र वेलफेयर एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश।










