साथियों आज मैं ऑडियो बाबा से कुछ सवाल करना चाहता हूं जो मेरे सीधे ऑडियो बाबा से है बीच में किसी से कोई मतलब नहीं।
सवाल नंबर एक
जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का अंतिम दिन था सब लोग कोर्ट के बाहर थे तब ऑडियो बाबा जी मैंने आपसे कहा था कि अध्यक्ष जी सब ठीक-ठाक है, नौकरी बच जायेगी, तब आपने मेरे पेट पर अपना उल्टा हाथ मार कर कहा था कि कोई गड़बड़ नहीं है गारंटी दे रहा हूं और यदि गड़बड़ हुआ तो संविधान बदलवा दूंगा छोटे, जिस पर हम लोगों ने खुश होकर आपको 50000 का चेक तुरंत दे दिया था आपकी रिसिविंग संलग्न है ,मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि क्या ये मात्र जुमला था यदि सही था तो अब तक क्यों नहीं हुआ और अगर ये मात्र जुमला था तो फिर ऐसे आडियो डालकर कब तक आप हम लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करते रहेंगे, 10 महीने हो गए 600 के लगभग लोगों की मृत्यु हो चुकी है आज तक संविधान में एक कॉमा भी टस से मस नहीं हुआ क्या आप जवाब दे सकते हैं मैं आपके पास क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
सवाल नंबर दो
माननीय हरीश साल्वे जी को आपने लगभग 30 लाख की DD दिए लेकिन वह सुनवाई पर नहीं जा पाए उनके DD वापस होने की बात कही गई थी क्या वह धनराशि वापस हुई यदि हुई तो वह कहां है क्वेश्चन छोड़ रहा हूं।
सवाल नंबर 3
तत्कालीन सचिव श्री नीतीश्वर कुमार जब कह रहे थे कि 124000 से अधिक का समायोजन मत करवाइए तब 13 हजार एक्स्ट्रा आपने घुसवाये क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं।
सवाल नंबर 4
जब 13000 आपने एक्स्ट्रा समायोजित करवा दिए तब श्री नीतीश्वर कुमार जी ने कहा था कि यदि 13000 एक्स्ट्रा समायोजित होंगे तब उन पर टेट लागू बनता है आप नहीं माने आपने 28 दिन गोमती के किनारे पर धरना किया और आज ऐसे लगातार चलने वाले धरनों की आवश्यकता है जो आप नहीं कर पा रहे हैं और आप उससे बच रहे हैं ऐसा क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
सवाल नंबर 5
जब-जब धरनों की आवश्यकता आपको पड़ती है तब आप अन्य संगठनों के साथ मिलकर एक हो जाते हैं लेकिन जब धनउगाही का नंबर आता है तब आप अलग हो जाते हैं और अलग होकर बंपर धन उगाही आपके द्वारा की जाती है जब आप साथ हो जाते हैं एक हो जाते हैं तो फिर दोबारा अलग क्यों हो जाते हैं धनउगाही के लिए आप अलग क्यों हो जाते हैं ऐसा क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
मैं उक्त प्रश्नों के जवाब सीधे ऑडियो बाबा से चाहता हूं चाहे वह सामूहिक दें चाहे वह मुझे पर्सनल पर दें चाहे कॉल करके दे सकते हैं इसमें उनके अलावा किसी भी व्यक्ति से मुझे जवाब नहीं लेने हैं मैं यह सब सीधे ऑडियो बाबा से पूछना चाहता हूं और वह चाहे तो सार्वजनिक रूप से भी इन सवालों के जवाब दे सकते हैं।
खालिद मोहम्मद
जनपद रामपुर
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