अब परिषदीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक की नियुक्ति उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षा सेवा आयोग के भरोसे।
®टीम रिज़वान अंसारी।
अब उत्तर प्रदेश मे विश्वविद्यालय शिक्षक, माध्यमिक विद्यालय शिक्षक और परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक की नियुक्ति सिर्फ एक आयोग करेगा। यह आयोग भर्ती परीक्षा से लेकर नियुक्ति तक कि प्रक्रिया को गवर्न करेगा।
परिषदीय शिक्षकों की भर्ती में थोड़ा सा परिवर्तन किया गया। *अब परिषदीय शिक्षक बनने के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा, टेट/सीटेट परीक्षा को उत्तीर्ण करने के साथ साथ अकैडमिक के अंकों का आंशिक भारांक जोड़ा जाएगा।*
इस बार राज्य सरकार ने NCTE के 11 FEB. 2011 के नोटिफिकेशन के पैरा 9 के उप-पैरा (2) के तहत निहित शर्तो का एवम शक्तियों का प्रयोग करते हुए टेट/सीटेट के प्राप्तांको का 1/4 वेटेज देने का निर्णय लिया है।
(Should give weightage to the TET scores in the recruitment process; however,
qualifying the TET would not confer a right on any person for
recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for
appointment.)
टेट/सीटेट के अंकों का वेटेज देना राज्य सरकार के विशेष अधिकार के दायरे में सन्निहित है। *टेट/सीटेट के अंकों का वेटेज देना बिल्कुल भी अनिवार्य नही है।* इसका निर्णय मा0 सुप्रीम कोर्ट ने NCTE के सचिव के सबमिट हलफनामे के आधार पर दे चुका है। राज्य टेट/सीटेट के अंकों का चाहे तो वेटेज दे या न दे। इस पर NCTE की कतई कोई बाध्यता नहीं है।
(Qualifications prescribed by the NCTE are binding, requirement of
weightage to TET marks is not a mandatory requirement.)
अभी तक आम अभ्यर्थियों का उद्देश्य टेट/सीटेट पास करना मात्र था लेकिन अब टेट/सीटेट में अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने की जद्दोजहद शुरू हो जाएगी। प्रतियोगिताओं का वीभत्स रूप अब सामने आने वाला है।
राज्य ने परिषदीय शिक्षक चयन के मामले में अब पूर्ण शक्तियों का प्रयोग कर लिया है। जिसका उद्देश्य अब गुणवत्तापरक शिक्षा को मेंटेन करना है।
अब परिषदीय शिक्षक बनने के लिए और भी कमर कस लें। यह नियम 69000 शिक्षक भर्ती पर कतई लागू नही होगा।।
*✍🏼वैरागी*💯
®टीम रिज़वान अंसारी।।
(टेट सेवा समिति-उ0प्र0)
®टीम रिज़वान अंसारी।
अब उत्तर प्रदेश मे विश्वविद्यालय शिक्षक, माध्यमिक विद्यालय शिक्षक और परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक की नियुक्ति सिर्फ एक आयोग करेगा। यह आयोग भर्ती परीक्षा से लेकर नियुक्ति तक कि प्रक्रिया को गवर्न करेगा।
परिषदीय शिक्षकों की भर्ती में थोड़ा सा परिवर्तन किया गया। *अब परिषदीय शिक्षक बनने के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा, टेट/सीटेट परीक्षा को उत्तीर्ण करने के साथ साथ अकैडमिक के अंकों का आंशिक भारांक जोड़ा जाएगा।*
इस बार राज्य सरकार ने NCTE के 11 FEB. 2011 के नोटिफिकेशन के पैरा 9 के उप-पैरा (2) के तहत निहित शर्तो का एवम शक्तियों का प्रयोग करते हुए टेट/सीटेट के प्राप्तांको का 1/4 वेटेज देने का निर्णय लिया है।
(Should give weightage to the TET scores in the recruitment process; however,
qualifying the TET would not confer a right on any person for
recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for
appointment.)
टेट/सीटेट के अंकों का वेटेज देना राज्य सरकार के विशेष अधिकार के दायरे में सन्निहित है। *टेट/सीटेट के अंकों का वेटेज देना बिल्कुल भी अनिवार्य नही है।* इसका निर्णय मा0 सुप्रीम कोर्ट ने NCTE के सचिव के सबमिट हलफनामे के आधार पर दे चुका है। राज्य टेट/सीटेट के अंकों का चाहे तो वेटेज दे या न दे। इस पर NCTE की कतई कोई बाध्यता नहीं है।
(Qualifications prescribed by the NCTE are binding, requirement of
weightage to TET marks is not a mandatory requirement.)
अभी तक आम अभ्यर्थियों का उद्देश्य टेट/सीटेट पास करना मात्र था लेकिन अब टेट/सीटेट में अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने की जद्दोजहद शुरू हो जाएगी। प्रतियोगिताओं का वीभत्स रूप अब सामने आने वाला है।
राज्य ने परिषदीय शिक्षक चयन के मामले में अब पूर्ण शक्तियों का प्रयोग कर लिया है। जिसका उद्देश्य अब गुणवत्तापरक शिक्षा को मेंटेन करना है।
अब परिषदीय शिक्षक बनने के लिए और भी कमर कस लें। यह नियम 69000 शिक्षक भर्ती पर कतई लागू नही होगा।।
*✍🏼वैरागी*💯
®टीम रिज़वान अंसारी।।
(टेट सेवा समिति-उ0प्र0)
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