उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज कासगंज पहुंचे।माननीय मुख्यमंत्री जी से शिक्षामित्र संघर्ष समिति के रितेश द्विवेदी ने वार्ता की तो उन्होंने कहा कि जल्द ही आपकी समस्याओ का निदान होगा,आप लोगो के रोज नए नए नेता अपना मांग पत्र रख देते है,किस पर ध्यान दे। हम शिक्षामित्रों की समस्याओं का निदान जल्द ही करेंगे,आप लोग धैर्य रखें, परीक्षा की तैयारियों में जुटे,विगत दिनों आप लोगो का प्रतिनिधिमंडल मिलने आया था हमने उनसे भी यह कह दिया था कि आपकी समस्याओं का निदान जल्द करेगे,वो लोग सतुष्ट होकर गए थे, रितेश त्रिवेदी ने कहा कि शिक्षामित्रों की समस्याओं का निदान अगर आपको करना है तो अध्यादेश लाकर हमें परमानेंट करें क्योंकि केंद्र व प्रदेश में आप की सरकार है अध्यादेश लाकर अगर सरकार हमें परमानेंट करती है तो उसमें कोई भी कानूनी अड़चन नहीं आएगी।
Tuesday, 15 May 2018
Monday, 14 May 2018
Sunday, 13 May 2018
पत्र व्यवहार पर लिखने का सिर्फ प्र0अ0/इं0 प्र0अ0 को अधिकार। देखें आदेश।
Gopal Singh
10:24
Basic Shiksha News, District Order, Document, Photos
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प्राथमिक विद्यालय में या उच्च प्राथमिक विद्यालय में अब पत्रव्यवहार पर लिखकर अन्य सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र या अनुदेशक अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को लिखकर विद्यालय नहीं छोड़ सकते हैं। पत्रव्यवहार पर लिखने का अधिकार सिर्फ प्रधानाध्यापक या इंचार्ज प्रधानाध्यापक का है। भविष्य में ऐसी लापरवाही होने पर संबंधित अध्यापक स्वयं जिम्मेदार होगा।
Friday, 11 May 2018
सुप्रीमकोर्ट अप्डेट्स यूपीटेट 2017 केस
सुप्रीमकोर्ट अप्डेट्स यूपीटेट 2017 केस
टीईटी -२०१७ विवादास्पद मामले में, SLP-12371 राम सरन मौर्या व अन्य बनाम स्टेट ऑफ यूपी की माननीय सुप्रीम कोर्ट में दाखिल सभी स्पेशल अपील की सुनवाई व निर्णायक बहस १८ मई, दिन - शुक्रवार को होगी, जिसमें लखनऊ खण्ड पीठ के डिवीज़न बेंच के निर्णय पर स्टे मिलने की पूर्ण सम्भावना है।
टीईटी -२०१७ विवादास्पद मामले में, SLP-12371 राम सरन मौर्या व अन्य बनाम स्टेट ऑफ यूपी की माननीय सुप्रीम कोर्ट में दाखिल सभी स्पेशल अपील की सुनवाई व निर्णायक बहस १८ मई, दिन - शुक्रवार को होगी, जिसमें लखनऊ खण्ड पीठ के डिवीज़न बेंच के निर्णय पर स्टे मिलने की पूर्ण सम्भावना है।
जितेंद्र शाही जी से पूछे एक शिक्षामित्र ने ये सवाल । क्या वो देंगें इनका जवाब ?
साथियों आज मैं ऑडियो बाबा से कुछ सवाल करना चाहता हूं जो मेरे सीधे ऑडियो बाबा से है बीच में किसी से कोई मतलब नहीं।
सवाल नंबर एक
जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का अंतिम दिन था सब लोग कोर्ट के बाहर थे तब ऑडियो बाबा जी मैंने आपसे कहा था कि अध्यक्ष जी सब ठीक-ठाक है, नौकरी बच जायेगी, तब आपने मेरे पेट पर अपना उल्टा हाथ मार कर कहा था कि कोई गड़बड़ नहीं है गारंटी दे रहा हूं और यदि गड़बड़ हुआ तो संविधान बदलवा दूंगा छोटे, जिस पर हम लोगों ने खुश होकर आपको 50000 का चेक तुरंत दे दिया था आपकी रिसिविंग संलग्न है ,मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि क्या ये मात्र जुमला था यदि सही था तो अब तक क्यों नहीं हुआ और अगर ये मात्र जुमला था तो फिर ऐसे आडियो डालकर कब तक आप हम लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करते रहेंगे, 10 महीने हो गए 600 के लगभग लोगों की मृत्यु हो चुकी है आज तक संविधान में एक कॉमा भी टस से मस नहीं हुआ क्या आप जवाब दे सकते हैं मैं आपके पास क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
सवाल नंबर दो
माननीय हरीश साल्वे जी को आपने लगभग 30 लाख की DD दिए लेकिन वह सुनवाई पर नहीं जा पाए उनके DD वापस होने की बात कही गई थी क्या वह धनराशि वापस हुई यदि हुई तो वह कहां है क्वेश्चन छोड़ रहा हूं।
सवाल नंबर 3
तत्कालीन सचिव श्री नीतीश्वर कुमार जब कह रहे थे कि 124000 से अधिक का समायोजन मत करवाइए तब 13 हजार एक्स्ट्रा आपने घुसवाये क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं।
सवाल नंबर 4
जब 13000 आपने एक्स्ट्रा समायोजित करवा दिए तब श्री नीतीश्वर कुमार जी ने कहा था कि यदि 13000 एक्स्ट्रा समायोजित होंगे तब उन पर टेट लागू बनता है आप नहीं माने आपने 28 दिन गोमती के किनारे पर धरना किया और आज ऐसे लगातार चलने वाले धरनों की आवश्यकता है जो आप नहीं कर पा रहे हैं और आप उससे बच रहे हैं ऐसा क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
सवाल नंबर 5
जब-जब धरनों की आवश्यकता आपको पड़ती है तब आप अन्य संगठनों के साथ मिलकर एक हो जाते हैं लेकिन जब धनउगाही का नंबर आता है तब आप अलग हो जाते हैं और अलग होकर बंपर धन उगाही आपके द्वारा की जाती है जब आप साथ हो जाते हैं एक हो जाते हैं तो फिर दोबारा अलग क्यों हो जाते हैं धनउगाही के लिए आप अलग क्यों हो जाते हैं ऐसा क्यों क्वेश्चन छोड़ रहा हूं ।
मैं उक्त प्रश्नों के जवाब सीधे ऑडियो बाबा से चाहता हूं चाहे वह सामूहिक दें चाहे वह मुझे पर्सनल पर दें चाहे कॉल करके दे सकते हैं इसमें उनके अलावा किसी भी व्यक्ति से मुझे जवाब नहीं लेने हैं मैं यह सब सीधे ऑडियो बाबा से पूछना चाहता हूं और वह चाहे तो सार्वजनिक रूप से भी इन सवालों के जवाब दे सकते हैं।
खालिद मोहम्मद
जनपद रामपुर
Wednesday, 9 May 2018
12460 शिक्षक भर्ती में जिला वरीयता को लेकर 7 मई की कोर्ट अपडेट
12460 में जिला वरीयता कोर्ट केस अप्डेट्स
12460 शिक्षक भर्ती परीक्षा में जिला वरीयता पाने के लिए हाईकोर्ट में चल रहे केस की सुनवाई 7 मई को निर्धारित हुई थी लेकिन किसी कारणवश 7 मई को यह सुनवाई नहीं हो सकी है।
जिले में प्रदेश सरकार के आदेशानुसार बाहर से प्रशिक्षण प्राप्त करे हुए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने पर शासन ने रोक लगा दी थी। मूल जिले के सभी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं और वह अपना जॉइनिंग भी कर चुके हैं लेकिन बाहर से प्रशिक्षण प्राप्त करे हुए अभ्यर्थियों को अब कोर्ट के आदेश का इंतजार है। अगर कोर्ट जिला वरीयता को बरकरार रखती है तो यह उनके लिए निराशा की बात होगी । लेकिन अगर कोर्ट से जिला वरीयता मिल जाती है तो हर जिले की मेरिट में गिरावट आएगी।
अब जिला वरीयता को लेकर कोर्ट में अगली सुनवाई 14 मई दिन सोमवार को कर दी है। 14 मई को ही जिला परीक्षा को लेकर कोर्ट अपना निर्णय दे सकता है।
इसके साथ ही आपको अवगत कराना है कि बाहर जिले के अभ्यर्थी (जेरो सीट वाले 23 जनपद) लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार कोर्ट में अच्छी पैरवी करे।
अभ्यर्थियों की मांग यह भी है कि जब कोर्ट ने कहा कि अगर सरकार बाहरी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देना चाहे तो दे सकती है लेकिन वह नियुक्ति पत्र कोर्ट के अंतिम आदेश के अधीन होगा। लेकिन सरकार ने नियुक्ति पत्र पर बिल्कुल ही रोक लगा दी।
धरने में बस यही मांग है कि वह नियुक्ति पत्र जारी कर नियुक्ति को कोर्ट के अंतिम आदेश के अधीन कर दें और सभी जिलों में बाहरी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने का शासनादेश जारी करे।